
बांदा डीवीएनए। अवैध खनन और ओवर लोडिंग की धरपकड़ अब सेना के रिटायर्ड जवान करेंगे। देखना होगा कि यह कितने कामयाब होगें, या भ्रष्टाचार के हमाम में नंगे हो जायेगें।
खनिज निदेशालय ने चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों समेत कुल 33 जनपदों में ये दल गठित किए हैं। बांदा में तीन दल अलग-अलग रूटों पर निगरानी करेंगे। दल 24 घंटे अपना काम करेगा। उन्हें कई आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। चित्रकूटधाम मंडल के चारों जनपदों में कुल 15 सचल दल गठित किए गए हैं।
प्रदेश के खनिज सचिवध्निदेशक डा. रोशन जैकब (आईएएस) के निर्देश पर जांच दलों का गठन किया गया है। इनके नोडल खनिज अधिकारी व पर्यवेक्षण अधिकारी संबंधित तहसीलों के एसडीएम होंगे। जिला खनिज अधिकारी सुभाष सिंह ने बताया कि बांदा में तीन सचल दल गठित किए गए हैं। प्रत्येक दल में 9 सदस्य होंगे। यह सभी पूर्व सैनिक हैं। इन्हें उत्तर प्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम, झांसी से लिया गया है। पहला दल नरैनी से करतल तक नजर रखेगा। दूसरा दल गिरवां से सीमावर्ती छतरपुर (एमपी) बार्डर तक और तीसरा सचल दल मटौंध से गौरिहार (एमपी) तक निगरानी करेगा।
तीनों दलों में कुल 27 पूर्व सैनिक शामिल हैं। यह ओवरलोड वाहनों को सीज और चालान की कार्रवाई भी करेंगे। इन सचल दलों ने अपना काम शुरू कर दिया है। बांदा व महोबा में 3-3, चित्रकूट में 2, हमीरपुर में 7 और झांसी में 3 सचल दल गठित किए गए हैं। इन्हें लैपटाप, इंटरनेट, कैमरा, प्रिंटर, पावर बैकअप, सॉफ्टवेयर इत्यादि की व्यवस्था जिले की खनिज न्याज निधि से कराई गई है। थानों को इनका सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
संवाद विनोद मिश्रा