
बांदा डीवीएनए। स्वास्थ विभाग मार्च माह से घर-घर भ्रमण कर रोगियों और उनके दुश्मनों को तलाशेगा धारणा यही होगी की ” कहां छुप गये कठोर तुझे तलाशने के लिये घर-घर की ठोकरें खा रहें हैं।जीहां, संचारी रोग नियंत्रण अभियान मार्च माह से चलेगा। एएनएम, आशा बहू, आंगनबाड़ी की टीमें घर-घर संभावित मरीजों की खोजबीन करेगी। मच्छरों से बचाव और उनसे होने वाले रोगों के बारे में बताएंगी। बुखार, खांसी, श्वास के मरीजों की जानकारी लेंगी।
पहली से 31 मार्च तक चलने वाले अभियान में मच्छर जनित रोगों से विशेष रूप से जागरूक किया जाएगा। घरों के आसपास पानी भराव, गंदगी से बचाव और शुद्ध पेयजल इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार, खांसी, श्वांस लेने में परेशानी महसूस कर रहे लोगों की जानकारी जुटाएंगी। फाइलेरिया रोगियों की सूची भी तैयार होगी। जन्म-मृत्यु से छूटे लोगों का ब्योरा दर्ज किया जाएगा। गंभीर मरीजों पीएचसी, सीएचसी या जिला अस्पताल भेजे जाएगें।
इस अभियान में पंचायती राज, शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, पशुपालन, कृषि, सिंचाई, उद्यान और सूचना विभाग मिलकर काम करेंगे।
10 से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलेगा। टीबी रोगी और कुपोषित बच्चों पर नजर रखी जाएगी। उन्हें लगातार खांसी आ रही है या वजन घट रहा है उन्हें चिह्नित कर टीबी की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें इलाज के लिए डाट्स सेंटर भेजा जाएगा। कुपोषित बच्चों को भी खोजकर चिह्नित किया जाएगा।इस कार्यक्रम के लिये सीएमओ एनडी शर्मा एवं जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार नेंमास्टर प्लान तैयार कर लिया है।
संवाद विनोद मिश्रा