
कुशीनगर (डीवीएनए)। संस्था के शायर डा. इम्तियाज समर के आवास पर रविवार को प.उमाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में एक काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई। संचालन किया अर्शी बस्तवी ने, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हाफिज नासीरुद्दीन, विशिष्ट अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवशंकर अग्रहरी व अथिति प्रज्ञा रेडियो ,विमर्श के आर.के.भट्ट व डॉ जैद कैमुरी रहे।
मां शारदे की वंदना पूजा पांडेय व कमालुद्दीन कमाल के नाते पाक से प्रारम्भ हुआ।
गोरखपुर से आये नासिरुद्दीन ने सुनाया
प्यार का गीत जो होठों पे मचलता है मेरे
उसने चुपके से मेरा नाम पुकारा होगा।
शैलेन्द्र असीम ने यह सुनाया
दिलों में आ के ठहर जाऊं मोहब्बत की तरह
मेरे खुदा तू सरापा मुझे उर्दू कर दे।
आर.के.भट्ट ने यह गीत सुनाया
सब ने भर पेट खाया , आधी पेट खाई माँ
थकी आनन्द भरी नींद में नहाई माँ।
इसके अलावा डा फरीद कमर, मधुसूदन मिश्र, अब्दुल हमीद आरजू , डा जैद कैमुरी , डा इम्तियाज समर,जयकृष्ण शुक्ल अनामदास,बेचू बीए,नर्वदा सिंह, फिरोज अश्क, मधुसूदन पांडेय, बलराम राय,श्री कृष्ण श्रीवास्तव, हारिस खान, असलम बैरागी , इंद्रजीत इंद्र ,अभिषेक पांडेय ,इम्तेयाज लक्ष्मीपुरी, असलम बैरागी,बलराम राय ने भी रचना पाठ किया । इस मौके पर दो शायरों असलम निजामी को उमर कुरैसी सम्मान व शैलेन्द्र असीम को कृष्ण बिहारी नूर अवार्ड से खानकाह सूफी दीदार शाह ट्र्स्ट के द्वारा सम्मानित अंगवस्त्र दे कर किया गया ।
अंत में मेजबान समर ने आगन्तुक कवियों श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर नगर के तमाम हजरात मौजूद रहे।
संवाद रविन्द्र विश्वर्मा