
बरेली-डीवीएनए। रमजान के आखिरी जुमा को जुमा तुल विदा कहा जाता है । आज किला की शाही जामा मस्जिद, दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद, खानकाह-ए-नियाजिया, दरगाह शाहदाना वली, दरगाह शाह शराफत मियां, दरगाह वली मियां, दरगाह नासिर मियां, दरगाह बशीर मियां के अलावा कोतवाली की मोती मस्जिद, सैलानी की हबीबिया मस्जिद, मलूकपुर की मुफ्ती आजम हिन्द मस्जिद, जसोली की पीराशाह मस्जिद, पुराना शहर की नूरानी मस्जिद, छः मीनारा मस्जिद, गौसिया मस्जिद, स्वाले नगर की एक मीनार मस्जिद, करोलान की आला हजरत मस्जिद, सुभाष नगर की साबरी मस्जिद, शाहबाद की मुन्ना तारकश मस्जिद, जखीरा की इमली वाली मस्जिद, शाहमत गंज की कलंदर शाह मस्जिद, बिहारीपुर की बीबीजी मस्जिद, आजम नगर की हरी मस्जिद, कुतुबखाना की सुनहरी मस्जिद आदि सभी जगह कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए अलविदा की नमाज अदा कराई गई । जामा मस्जिद में शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने जुमा की नमाज अदा कराई इससे पहले उन्होंने रमजान की फजीलत और सदका-ए-फित्र के हवाले से तकरीर की । मुल्क से इस मूजी बीमारी के खात्मे की दुआ की । बाकी मस्जिदों में भी इमामों ने मुक्तासिर खुत्बा दिया । कुरान की फजीलत व जकात के हवाले से तकरीर के साथ कोरोना खात्मे की दुआ की ।
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि दरगाह पर भी सीमित संख्या में लोगो ने नमाज अदा की । यहाँ कारी रिजवान रजा ने नमाज अदा कराई । दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) समेत खानदान के बुजुर्गों ने नमाज अदा की । नमाज के बाद सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने देश के जो हालात है उस पर फिक्र जाहिर करते हुए खुदा की बारगाह में दुआ करते हुए कहा कि श्ऐ खुदाश् दुनिया को ये दिन दोबारा न दिखाना । हर तरफ तबाही का मंजर है । ऑक्सीजन, दवाई और दो वक्त की रोटी लोगो को नसीब नही हो पा रही है । ये खबरे दिल को दहला रही है । सभी लोग अपनो और अपने पड़ोसियों के खास ख्याल रखे । हर तरह से मदद को आगे बड़े । बुरा वक्त है । अल्लाह से दुआ है कि इस बवा (बीमारी) से जल्द निजात मिले । दोबारा से दुनिया मे अम्न और सुकून कायम हो । लोगो को भी जागरूक होना होगा । बहुत जरूरी होने पर ही घरों से निकले । मास्क जरूर लगाए । कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन करे ।