
महराजगंज-डीवीएनए। कोरोना की दूसरी लहर ने आमजन को तोड़ कर रख दिया है। इसी दौरान बुखार से पीडित लोग भी काल कवलित होने लगे हैं। अस्पताल मरीजों से पटे पड़े हैं। वहां संसाधन सीमित हैं। लेकिन,बीमार लोगों के बढ़ते हुजूम को इलाज दे पाने में अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सक अपने को उपयुक्त नहीं पा रहे हैं।
गांव-गांव अभियान चलाकर सर्दी-जुकाम, खांसी से पीडित ग्रामीणों को चिन्हित करने के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। लेकिन, गांवों को सैनिटाइज कराने की जिम्मेदारी नहीं निभाई जा रही। जबकि, बुखार पीडित मरीजों की मौत भी तेजी से बढ़ रही है। इसकी एक बानगी अनेक गांव में देखी जा सकती है। लगातार लोग दम तोड़ चुके हैं। कह सकते हैं,बीमारी व कोरोना काल में किसी के सपने टूट रहे हैं तो कईयों के अपने हमेशा के लिए साथ छोड़ गए हैं।