
बाराबंकी-डीवीएनए। जिला पंचायत सदस्य के संपन्न हुए चुनाव के बाद अध्यक्ष के लिए गुणा गणित शुरू हो गई है सभी प्रमुख पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं किंतु हकीकत कोसों दूर है एक नजर आंकड़ों पर दौड़ाई जाए तो जिले में 57 जिला पंचायत सदस्य के पद हैं और इन पदों पर सभी ने अपने अपने प्रत्याशी खड़े किए थे लेकिन जीत कुछ ही लोगों की हुई है कोई पूर्ण बहुमत में नहीं है समाजवादी पार्टी 25 से 30 कैंडिडेट जीतने का दावा कर रही है तो वही भारतीय जनता पार्टी लड़ाई में ना होने के बावजूद अध्यक्ष पार्टी का होने का दम भर रही है कांग्रेस बसपा तो इससे काफी दूर है जबकि निर्दलीय जीते प्रत्याशियों की संख्या अच्छी खासी है ऐसे में अध्यक्ष पद के लिए होने वाला चुनाव काफी दिलचस्प हो सकता है।
देखने लायक यह है कि 10 से 15 सीट पाकर भाजपा अपने मंसूबों में कामयाब हो सकेगी या फिर सर्वाधिक सीट का दावा करने वाली सपा का अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से कब्जा होगा यह तो आने वाला समय बताएगा किंतु इसको लेकर अभी से ही जोड़-तोड़ शुरू हो गई है पार्टी के पदाधिकारी इसको लेकर कोई कसर छोडने को तैयार नहीं है ऐसे में खरीद-फरोख्त की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है वही इसके लिए निर्दलीयों की भूमिका अहम मानी जा रही है ऊट किस करवट बैठेगा यह कहना अभी मुश्किल है लेकिन जिस प्रकार बाराबंकी की जनता ने सत्तारूढ़ पार्टी को नकार दिया है उससे तो यही प्रतीत होता है कि पार्टी के लिए आने वाला समय कुछ ठीक नहीं है तभी तो राम मंदिर 370 जैसे अहम मामले सुलझाने के बावजूद जिले में पार्टी का जनाधार गिरता जा रहा है इस पर बैठकर पार्टी पदाधिकारियों को समीक्षा करनी होगी ताकि आने वाले समय में पार्टी की किरकिरी होने से बचाया जा सके ।