नई दिल्ली। बिहार के शिक्षक आरके श्रीवास्तव ने बताया कि सदी के प्रसिद्ध गीतकार संतोष आनंद का प्यार और आशीर्वाद प्राप्त हुआ। उनके दामाद ( पुत्रवत) चंद्र मौली और दीदी शैली का भी काफी प्यार और आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
मौली जी देश के प्रतिष्ठित पत्रकारो में शुमार है। आप सभी ने जो प्यार, दुलार हमें दिया उसके सदा आभारी रहेंगे। आपके घर पर बिताये दो दिन जीवन के यादगार पलो में से एक रहेगा।
उन्होंने कहा कि संतोष आनंद जी भारत के अनमोल हीरे है। 1975 और 1983 में दो बार फिल्मफेयर अवार्ड से भी सम्मानित हो चुके है। ऐसे अनमोल लोग सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। उन्होनें ऐसे सैकड़ों गीत दिये जो युगो युगो तक सुने जायेंगे।
उनके कुछ प्रमुख गीत
मुहब्बत है क्या चीज….(फ़िल्म: प्रेम रोग)
इक प्यार का नगमा है।…. (फ़िल्म: शोर)
जिंदगी की ना टूटे लड़ी …. (फ़िल्म: क्रांति)
मारा ठुमका बदल गई चाल मितवा …. (फ़िल्म: क्रांति)
मेधा रे मेधा रे मत जा तू परदेश (फ़िल्म: प्यासा सवान)
मैं न भूलूंगा, इन रस्मों को, इन कसमों को (फ़िल्म: रोटी कपड़ा और मकान)
ओ रब्बा कोई तो बताए (फ़िल्म: संगीत)
आप चाहें तो हमको (फ़िल्म: संगीत )
जिनका घर हो अयोध्या जैसा (फ़िल्म: बड़े घर की बेटी)
दिल दीवाने का ढोला (फ़िल्म: तहलका)
जिंदगी की ना टूटे लड़ी( फ़िल्म: क्रांति)
चना जोर गरम….(फ़िल्म: क्रांति)
ये शान तिरंगा (फ़िल्म: तिरंगा)
पीले पीले ओ मोरे राजा… (फ़िल्म: तिरंगा)
मैंने तुमसे प्यार किया …(फ़िल्म: सूर्या)
मशहूर गीतकार संतोष आनंद इन दिनों फिर से खूब सुर्खियों में हैं। लगता है जैसे किसी ने नदी के ठहरे पानी में कंकड़ दे मारा है। प्रसिद्ध शिक्षक आरके श्रीवास्तव ने कहा कि देश के गौरव शतायू हो यही ईश्वर से कामना है। माता रानी हमेशा उन्हें स्वस्थ रखे।
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