
बांदा डीवीएनए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिन पूर्व बांदा दौरे पर आये तो मंडलीय समीक्षा बैठक में बालू के अवैध खनन का मामला सर्वाधिक गर्म रहा!चित्रकूटधाम मंडल में अवैध खनन पर कड़ा रुख अपनाते हुए योगी नें अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावी कदम उठाते हुए इसे रोका जाए। माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।दर असल मंडल के बांदा जिला में साड़ी खदान के सभी खंडों के अलावा, पैलानी, सादी मदन पुर, कनवारा सभी खण्ड, दुरेडी, लहुरेटा, नसेनी आदि में खदान संचालक अपने रसूख के चलते प्रशासन को लगातार चुनौती दे रहें है। साड़ी खदान खण्ड चार और दो जो राजा कन्ट्रेक्सन के नाम है इसमे बबेरू के एक पूर्व मंत्री की भी पार्टनर शिप है,जिसकी निगाहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भी टिकी हुई है।
बांदा जिले की कुछ बड़ी बालू खदानों में कांग्रेस के एक पूर्व विधायक एवं भाजपा के एक वर्तमान विधायक की गलबहियां हैं। और बेखौफ होकर लाल सोने पर प्रशासानिक और पुलिस पहरे में डकैती डाली जा रही है। यहां तक कि कथित तौर पर बड़े प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया भी लाल सोने की डकैती के हमाम में नंगें है। माफियाओं के चांदी के जूते खा-खाकर दुम हिला रहे है। छोटे मीडिया कर्मियों को भी कुछ टुकड़े फेंक दिये जाते है और वह माफियाओं के कदमो में बैठा बेचारा लालच का लार टपकाता रहता है।जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह हो या आयुक्त दिनेश सिंह बालू के अवैध खनन पर सख्त है। डीएम आनन्द नें नदी जलधारा में बने कई अवैध पुल तोड़वायें। सख्ती कर रहें है पर उनकी कार्यवाई मुखबिरी की शिकार हो जाती है।
संवाद विनोद मिश्रा