कासगंज। (डीवीएनए)कोरोना काल में महिलाएं बच्चो की देखभाल के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न दिखाएं।बाल रोग विशेषघ डॉ दिनेश शर्मा ने कहा शिशु को छह माह तक केवल स्तनपान कराएं, क्योंकि कोविड -19 जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए बच्चे का स्वस्थ रहना जरूरी है। इसलिए केवल छ: माह तक बच्चे को माँ का दूध ही दें।
कासगंज ब्लाक केंद्र मुबारिकपुर माफ़ी की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शाहजहाँ बेगम महिलाओं को शिशु को स्तनपान करने के संबध में जागरुक कर रही हैं। वे महिलाओं को बता रही हैं कि शिशु को केवल स्तनपान ही कराएं। ऊपर का कुछ न दें, जैसे-पानी, घुट्टी, शहद आदि।
वे बता रही हैं कि मां के दूध में पोषक तत्व होते हैं । यह शिशु को बीमारियों से लड़ने में मदद करता है । उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसलिए शिशु को जन्म से छह माह तक केवल स्तनपान ही कराएं।
छह माह तक केवल मां का दूध पिलाने से शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी। बच्चा बीमार नहीं पड़ेगा और शिशु को बीमारी से लड़ने में मदद मिलेगी। स्तनपान कराते समय साफ-सफाई का ख्याल रखें। हाथों को साबुन या पानी से अच्छी तरह से धोकर ही शिशु को स्तनपान कराएं और मास्क का प्रयोग करें।
आंगनवाड़ी शोभा रानी ने स्तनपान के फायदे भी बताए
मां का पहला पीला गाढ़ा दूध (कोलस्ट्रम) शिशु के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और शिशु के पेट को साफ करने मे मदद करता है। कोलस्ट्रम शिशु का पहला टीका माना जाता है, जिसे बच्चे को जन्म के एक घंटे के भीतर अवश्य पिलाना चाहिए |
-स्तनपान शिशु को अपने शरीर का तापमान सामान्य रखने में मदद करता है। मां और बच्चे के बंधन को मजबूत बनाता है।
मां का दूध शिशु को बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
संवाद , नूरुल इस्लाम