
बांदा (डीवीएनए)। गावों की सरकार अब गावों के सचिवालय में बैठ कर हुक्म चलायेगी। प्रधानों और उनके सचिवो का जलवा कायम रहेगा। आपको बता दें कि बुंदेलखंड में गांव की नई सरकार के लिए मिनी सचिवालय बनाने का कार्य तेजी से हो रहा है। सातों जिलों में कुल 280 भवनों का निर्माण चल रहा है। अब पंचायत चुनाव नजदीक आ जाने पर शासन ने सचिवालय भवन तैयार करने के लिए 30 मार्च की लक्ष्मण रेखा खींच दी है। विभागीय दावों के मुताबिक, 55 फीसदी निर्माण हो चुका है। शेष 45 फीसदी पर काम चल रहा है।
बुंदेलखंड में 2905 ग्राम पंचायतें थीं। नए परिसीमन में यह घटकर 2889 रह गई हैं। इनमें 280 ग्राम पंचायतों में मिनी सचिवालय नहीं थे या जर्जर हो गए थे। शासन ने अक्तूबर माह में इन ग्राम पंचायतों में मिनी ग्राम सचिवालय बनवाने के आदेश जारी किए थे। निर्माण कार्य चल रहा है। अब पंचायत चुनाव अप्रैल में संभावित हैं। इन भवनों को इससे पहले बनकर तैयार किया जाना है। शासन ने इसके लिए 30 मार्च तक निर्माण पूरा करने के आदेश जारी किए हैं।
पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए मार्च के पूर्व इन्हें पूरा करने के आदेश दिए थे। शासन ने निर्देश जारी किए हैं कि चुनाव के बाद नई ग्राम पंचायतों की बैठक मिनी सचिवालय में ही होगी। इसके पूर्व निर्माण पूरा न किया गया तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन आदेशों के बाद निर्माण में तेजी आई है। दावा किया जा रहा कि बुंदेलखंड में 168 सचिवालयों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। शेष 112 का निर्माण 55 फीसदी पूरा हो गया है।
महोबा अव्वल, बांदा रहा फिसड्डी
महोबा जनपद में 96 फीसदी सचिवालयों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। इसके विपरीत मंडल मुख्यालय बांदा में मात्र 24 फीसदी सचिवालय भवनों का निर्माण पूरा हुआ है। हमीरपुर में 43, चित्रकूट में 59, झांसी में 70, जालौन में 67 व ललितपुर में 40 फीसदी निर्माण हुआ है।
मिनी ग्राम सचिवालयों का निर्माण हर हाल में 30 मार्च के पहले पूरा करा लिया जाएगा। 55 फीसदी से अधिक पंचायत भवन बनकर तैयार हो गए हैं। अन्य में लेंटर व छपाई, पुताई आदि का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। शासन की मंशा के अनुरूप गांव की नई ग्राम पंचायत की बैठकें नए भवनों में ही होगी। पुराने सचिवालय भवनों को मरम्मत व रंगाई पुताई कराई जा रही है।
संवाद विनोद मिश्रा