
बांदा (डीवीएनए)। आम बजट पेश हो चुका है और दलहन उत्पादन के लिए मसहूर बुन्देलखंड में बजट के प्राविधान से इन फसलों को उड़ान मिल सकती है। वह कैसे हम आपको समझाते हैं। अकेले चित्रकूटधाम मंडल में चार लाख 85 हजार से ज्यादा हेक्टेअर में चना, मटर, मसूर व अरहर की फसलें पैदा होती हैं। आम बजट में दाल अथवा दलहन वाली फसलों के लिए लगभग 10531 करोड़ रुपये का प्राविधान रखा गया है।
उम्मीद जतायी जा रही है कि दाल उत्पादित क्षेत्रों एवं इन फसलों की पैदावार करने वाले किसानों को इसका लाभ मिलेगा। इसे बुंदेलखंड से जोड़कर देखा जाए तो यहां पहले से ही सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। निश्चित ही बुंदेलखंड दाल हब के रूप में विकसित होगा। इससे दलहनी फसलों की पैदावार करने वाले किसानों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी होना माना जा रहा है। मौसम व जलवायु के लिहाज से देखा जाए तो दलहनी मुख्य रूप से चना, मटर, मसूर व अरहर जैसी फसलों के लिए यहां की माटी बेहद मुफीद है। बुंदेलखंड के अकेले चित्रकूटधाम मंडल में चार लाख 87 हजार हेक्टेअर दलहनी लक्ष्य के सापेक्ष इस वर्ष रबी में चार लाख 96 हजार हेक्टेअर में यह फसलें बोयी गई हैं।
संवाद विनोद मिश्रा