
लखनऊ (डीवीएनए)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार ,संस्कृति मंत्रालय उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में आयोजित वेबिनार में संगीत नाटक अकादमी, कथक केंद्र,ललित कला, व भारतेंदु नाटक अकादमी के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष व सदस्यों समेत संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी व प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रान उपस्थित रहें, वेबिनार का विषय था उत्तर प्रदेश में संस्कृति नीति लागू होने के पहले संगीत नाटक अकादमी के सदस्य अमित अंजन सुझाव को मंत्रालय व निदेशालय ने स्वीकार किया।
वेबिनार में संगीत नाटक अकादमी के सदस्य अमित अंजन ने कहा कि हर जिले में कॉपीराइट आफिस हो जिसमें जिले के छोटे या बड़े कलाकार अपनी लेखिनी,रचनाये,गीत इत्यादि कॉपी राइट कर सके जिससे उनकी रचनाये चोरी न हो, डिजिटल प्लेटफॉर्म (यूट्यूब,गूगल,नेटफ्लिक्स,अमेजन आदि) को रेगुलेट करने के लिए एक रेगुलेटरी बोर्ड की स्थापना हो जो ये तय करे कि कौन सी प्रस्तुति अश्लील है या कौन सी साफ सुथरी ,और उसी हिसाब से उसको सर्टिफिकेट दिया जाय जैसे फिल्मों के निर्माण के बाद केंद्रीय प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) देती है,इससे भोजपुरी भाषा की अश्लीलता पर लगाम लगाया जा सकता है, संस्कार और पारम्परिक गीतों को लिपिबद्ध करके संरक्षित किया जाय जिससे युवा पीढ़ी उसका भविष्य में लाभ ले सके व हर 24 जनवरी जो कि उत्तर प्रदेश दिवस के दिन ही हर जिले में,जिले के महोत्सव मनाए जाए जिससे स्थानीय कलाकारों को ज्यादा से ज्यादा अवसर प्राप्त हो और कलाकारों के ठेकेदारों और कलाकार माफियाओं के बर्चस्व को खत्म किया जा सके।
अमित अंजन ने कहा कि हमारे इस सुझाव को मंत्रालय व निदेशालय ने स्वीकार कर कर लिया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारा प्रदेश संस्कृति नीति लागू करने वाला पहला प्रदेश होगा ,जल्दी है हम अपने संस्कृति धरोहरों को सँजोने व सवारने वाले अग्रणी प्रदेश होगें।