
महराजगंज (डीवीएनए)। सिसवा नगर मे इस समय करोड़ों रूपये खर्च कर नालियों का निर्माण हो रहा है, विकास हो अच्छी बात है लेकिन यहां तो नालियों के निर्माण मे लूट मची हुयी है, अगर यह कहा जाए कि विकास की आड़ में लूट मची है, तो गलत नही होगा, अधिकारी है कि वह सबकुछ देख कर भी आंख बंद किये हुए है, यह आंख क्यो बंद किये है यहां कहना उचित नही होगा क्यो कि जग जाहिर है कि निर्माण कार्य में किस अधिकारी की क्या भूमिका होती है, और वे अधिकारी अपनी भूमिका का खुब निर्वहन कर रहे है।
बताते चले कि सिसवा नगर मे इस समय जिस सड़क से गुजरे सीमेंट वाली नालियों का निर्माण हो रहा है, पहले की नालियों को तोड़ कर वहां नयी सीमेंट वाली नई नालियों का निर्माण चल रहा है, ऐसे ही एक नाली जो पावर हाउस के पास बन रही है वहां तो पूरानी बेड पर ही सरीया डाल नाली बनायी जा रही है। जब कि नालियों के निर्माण के टेण्डर में नीचे बेड भी बनाना है, इस तरह यहां नालियों के निर्माण में लूट मची हुयी है, मानक व टेंडर की धज्जिया उड़ाते हुए विकास कार्य किये जा रहे है।
ऐसे नही कि निर्माण रात के अंधेरे में हो रहा बल्कि दिन के उजाले में इस खेल के अंजाम दिया जा रहा है लेकिन अधिकारी अपनी आंख बंद किये हूए है, यह अपनी आंख क्यों बंद किये है, यह कहना उचित नही होगा, क्यों कि सभी जानते है कि निर्माण में लूट किस के इसारे पर होती है, और इसमे कौन-कौन शामिल होता है।
नगर मे हो रहे नालियो के निर्माण की मानक व टेंडर के मानक को देखा जाए तो बड़े लूट का खुलासा होगा।