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बांदा (डीवीएनए)। गजब है धान खरीद में भ्रष्टाचार का दुस्साहस, डीएम आनन्द सिंह के कठोर रुख के बावजूद शासन की मंशा पर स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही भारी पड़ रही है। किसान इतनें गुस्से में हैं की अपना धान आग के हवाले कर देनें की बात करनें लगें हैं।
डीएम साहब को बता दें की बबेरू तहसील क्षेत्र के किसान अपना धान बेचने के लिए खरीद केंद्रों के बाहर खुले आसमान में कई रातें गुजारने को विवश हैं। वहीं विपणन केंद्र के कर्मचारी गुपचुप तरीके से बिचैलियों, चहेतों के माध्यम से धान की खरीद कर रहे हैं। किसानों ने नें इस सम्बन्घ में आपको पत्र भी भेजने की बात बता रहें हैं! किसानों नें चेतावनी दी हैं की दो दिन के अंदर उनकी तौल नहीं हुई तो कानपुर की तरह यहां भी धान से लदे ट्रैक्टर-ट्राली को आग के हवाले कर दिया जाएगा।
तहसील केंद्र बबेरू के ग्राम पछौंहा में एक, जामू में एक, कमासिन में तीन, बबेरु में दो धान खरीद केंद्रों सहित कुल सात केंद्रों में से पांच केंद्रों पर धान की खरीद का कार्य हो रहा है। कड़ाके की ठंड व घने कोहरे के बीच 40 से अधिक किसान अपने तय टोकन नंबर के आधार से कई दिन से रतजगा कर तौल के इंतजार में है। अधिकांश किसानों का आरोप है कि बिचैलियों के माध्यम से पांच सौ रुपये अतिरिक्त लेकर आढ़तियों का धान बिना टोकन के हो तौल लिया जाता है। कहा कि मामले की जांच नहीं हुई तो वह भी कानपुर की तरह यहां खड़े ट्रैक्टरों में लदे धान पर आग लगा देंगे। इस संबंध में खरीद केंद्र के प्रभारी आशीष कुमार का कहना है कि 500 किसानों को टोकन दिया गया है नियमानुसार खरीद की जा रही है।
संवाद विनोद मिश्रा