आगरा। (डीवीएनए)कोविड-19 का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। जनपद में 16 जनवरी को 6 कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर 361 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था। इनमें से किसी को भी कोई बड़ी परेशानी सामने नहीं आई है। टीकाकरण के 72 घंटे बाद भी कोई एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्युनाइजेशन (एईएफआई) दर्ज नहीं हुई। टीकाकरण होने के बाद सभी स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और 15 फरवरी को कोविड टीके की दूसरी डोज लेने के लिए तैयार हैं।
नहीं हुई कोई परेशानी, सुरक्षित है वैक्सीन
सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के क्षय रोग एवं वक्ष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष ने बताया कि मैंने 16 जनवरी को कोविड का टीका लगवाया था। इसके बाद पूरे दिन विभाग में काम किया और छात्रों की क्लास ली। इसके बाद तीसरे दिन भी यहीं प्रक्रिया जारी है। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई बस टीका लगने वाला जगह पर हल्का दर्द हुआ, जो स्वाभाविक है। उन्होने कहा कि सभी लोग अपनी बारी आने पर कोविड-19 का टीकाकरण अवश्य कराएं।
जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीपी वर्मा ने बताया कि मैंने अपने अस्पताल में सबसे पहले कोविड-19 का टीका लगवाया था। मेरे साथ अस्पताल के 79 लोगों ने टीकाकरण कराया था। मुझे और अन्य साथियों को हल्के बुखार के अलावा कोई परेशानी नहीं हुई। बस तीन स्टाफ नर्स को चक्कर आना, बुखार आना और सर्दी लगने की परेशानी सामने आई थी।
वे भी अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपनी ड्यूटी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद विपरीत प्रभावों से निपटने के लिए एईएफआई के डॉक्टर नियुक्त किए गए थे। लेकिन इसकी कोई जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि किसी को भी कोई परेशानी नहीं हुई।
उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से कोविड का टीका लगने के बाद बुखार आने पर पैरासिटामोल खाने के निर्देश हैं। उन्होंने बताया कि कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है, सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का सभी लोग लाभ उठाएं और टीकाकरण कराएं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर. सी. पांडेय ने बताया कि कोविड-19 की वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका लगने के बाद किसी को कोई गंभीर समस्या नहीं आई है। अब तक कोई एईएफआई दर्ज नहीं हुई है।
संवाद;- दानिश उमरी