
बांदा (डीवीएनए)। जिले के कुछ ग्राम प्रधान गौशालाओं को सही गाइड लाइन से चलाया नहीं अब बेशर्मी पर उतर आये हैं,गौशालाओं में बजट के अभाव का ग्राम प्रधानों ने रोना शुरू कर दिया हैं। गोशाला के नाम पर खूब धन की हेरा-फेरी की, अब 25 दिसंबर को कार्यकाल समाप्त होगा तो जाते-जाते सुखराना हासिल करनें की तलब सताने लगी है,इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री को सामूहिक ज्ञापन भेजकर अप्रैल माह से अस्थायी गोशालाओं का बजट न मिलने की शिकायत करते हुए 25 दिसंबर को खत्म हो रहे ग्राम पंचायतों के कार्यकाल के पूर्व बजट न मिलने पर गोशालाओं से अन्ना पशु छुट्टा छोड़ देने की चेतावनी दी है।
तिंदवारी क्षेत्र के ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव ने ज्ञापन में कहा है कि क्षेत्र की 43 गोशालाओं में चारा भूसा का संकट खड़ा हो गया है। प्रधानों पर हजारों की उधारी हो गई।दूसरी ओर कमासिन क्षेत्र के ग्राम प्रधान संघ के तत्वावधान में डेढ़ दर्जन प्रधानों ने बीडीओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में कहा कि अप्रैल से गोशालाओं के लिए कोई पैसा नहीं मिला।
25 दिसंबर को कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। इसके पूर्व भुगतान न हुआ तो वह गोशालाओं में संरक्षित पशुओं को पुनरू अन्ना छोड़ देंगे। ज्ञापन देने वालों में संघ अध्यक्ष विजय पाल सहित प्रधान विद्यासागर कुशवाहा, अंजनी करवरिया, देव कुमार गुप्ता, गुलाब, कौशिल्या देवी (कुचैली), ज्ञानमती (अमेढ़ी), बच्ची देवी, मीरा देवी, राजेंद्र यादव, खातून (तिलौसा), ललक (मऊ), शैलकुमारी (पछौंहा), राजेंद्र कुमार, राजकुमार भी शामिल रहे।