
बांदा-डीवीएनए। अपने जमाने की एक हिट फिल्म थी ष्भाई होतो ऐसाष् कोरोना संकट काल में ष्बांदा कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह एक ऐसे ही दयावान भाई ष् के रूप में काम कर रहें है। कोरोना महामारी से बचाव के लिये वह अस्पतालों का निरीक्षण कर रहें है और समझा रहें है कि इस विपत्ति काल में घबड़ानें की जररूत नहीं है। इलाज की समुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
इसी क्रम में कमिश्नर ने जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। वहां पर कोविड जांच और इलाज कराने वाले मरीजों को ढाढस बंधाया।हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। साथ ही 20 मिनट तक उन्होंने जिला अस्पतालों आए हुए लोगो से बातचीत की।भरोसा दिलाया की 24 घंटे आपके लिए सुविधा उपलब्ध है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में खाली बेड हैं और भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर है। चिंता न करें। इसके बाद मौके पर मौजूद सीएएमओ व सीएमएस को अधूरी व्यवस्था पूरा करने के आदेश दिया। अल्टीमेटम दिया कि मैं फिर निरीक्षण करने आऊंगा। मुझे सोशल डिस्टेंसिंग वाले जमीन पर राउंड तैयार मिलना चाहिए। बतादूँ कि कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह ने पुरुष वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिएपहुचे। जिसमें मौके पर 2 मरीज पुरुष वार्ड में भर्ती मिले जिनको कोरोना था। जिसे देखकर जिला अस्पताल के सीएमएस को कड़ी फटकार लगाई।तत्काल यहां से ले जाकर कोविड में शिफ्ट कराये जाने को कहा।
कमिश्नर नें हमें बताया कि जिला अस्पताल में 24 घंटे कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। चाहे रात हो या दिन सभी का टेस्ट किया जाएगा। किसी को लगे कि उसे कोरोना है। सर्दी लगे, खांसी, जुखाम, खांसने में दिक्कत हो तो बिना किसी इंतजार के तुरंत जिला अस्पताल आएं उसी समय जांच होगी। और जांच होने के बाद अगर पॉजिटिव रोपोर्ट आती है तो उसके लिए हमने दवा की किट बनवा दी है। जिसको 10 दिन की दवा किट तत्काल दे दी जाएगी। ताकि उसका इलाज शुरू हो जाए किसी को घबराने की बात नहीं है। कमिश्नर ने स्वयं फोन द्वारा वीडियो कॉलिंग करके कोविड वार्ड में भर्ती 5 मरीजों से बातचीत की और इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही होने के बारे में पूछा जिसको लेकर 4 मरीज पूर्णतया स्वास्थ्य पाए गए जिसमें की एक मरीज ने बताया हमे सांस लेने में दिक्कत है, जिसको देखते हुए कमिश्नर ने ड्यूटी में लगे डॉक्टर को बराबर ध्यान रखने के आदेश दिए।
संवाद विनोद मिश्रा