
बांदा डीवीएनए। डीएम नें संपूर्ण समाधान दिवस हो रही औपचारिकताओ की कमजोर नस पकड़ ली और अधिकारियों को निर्देश दिये की शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता बर्दाश्त नहीं करेगें। इशारे-इशारे में समझा दिया कि मुझे मालूम है कि जन्नतष्की हकीकत क्या है?
दरअसल तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन था। शिकायत दर्ज कराने 102 फरियादी पहुंचे, जिसमें महज 13 का निस्तारण कराया जा सका। जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह ने कहा कि संबंधित अधिकारी शिकायतों को अग्रसारित करने की जगह निस्तारण पर ध्यान दें। समय पर गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण कराया जाए।यह कहकर उन्होनें आयोजन की हकीकत की तस्वीर पेश कर दी।
संपूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग, विकास विभाग, पुलिस महकमे के साथ विभिन्न विभागों की शिकायतें दर्ज कराई गईं। डीएम आनंद कुमार सिंह ने कहा कि देखा जा रहा है कि उच्चाधिकारी शिकायतों को मात्र अग्रसारित कर रहे हैं, इस पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। फरियादियों की समस्याओं को सुनकर समय से निस्तारित किया जाए। उच्चाधिकारी केवल नीचे से आई आख्या को अग्रसारित न करें, बल्कि स्वयं उस समस्या की निस्तारण की गुणवत्ता को परखें। शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन पर बात कर यह जान लें कि वह संतुष्ट है या नहीं। आगे से यदि शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा, सीडीओ हरिश्चन्द्र वर्मा, सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा, एसडीएम सुधीर कुमार व तहसीलदार अवधेश कुमार निगम मौजूद रहे।
संवाद विनोद मिश्रा