
बांदा। जिला के करतल में क्षेत्र में बालू माफियाओं ने हनक का धमाल मचा दिया। बालू के ओवरलोड ट्रक सरकारी संपदाको नुकसान तो पहुंचा ही रहे हैं। किसानों के खेतों को रौंद करउन्हें बर्बाद करनें पर तुले हैं।
माफियाओं का दुस्साहस तो देखीये सिंचाई विभाग का मुख्य नहर पुल तोड़ने के बाद अब बालू ठेकेदारों ने मुख्य नहर की धारा रोककर ट्रकों के आवागमन के लिये रास्ता बना दिया है। नहर का पानी आगे नहीं चल पा रहा। जलधारा रूक गई हैं। सिंचाई विभाग के अभियंता ने बालू ठेकेदारों को 15 दिन की मोहलत देते हुए टूटा पुल ठीक कराने और नहर में निर्माण हटाने को कहा हैं।
आपको बता दें कि सीमावर्ती मध्य प्रदेश से रोजाना सैकड़ों की संख्या में बालू के ओवरलोड ट्रक यहां भंवर पुरवा हेड मुख्य नहर पर बने पुल से गुजरते रहे हैं। पिछले दिनों सिंचाई विभाग का यह पुराना पुल टूट गया। अब बालू ठेकेदारों ने नहर में मिट्टी भरकर जलधारा को रोकते हुए आरपार रास्ता बनाकर ट्रकों का आवागमन चालू कर दिया है। बिल्हरका गांव के पास केन नदी से हो रहे खनन के ट्रक इससे गुजर रहे हैं। नहर का पानी बांधने से आगे के गांवों में सिंचाई ठप हो गई है। ओवरलोड ट्रक नहर में बने दोनों पुल और पैराफिट दीवारों को ध्वस्त कर चुके हैं।
सिंचाई प्रखंड तृतीय के सहायक अभियंता डीपी सिंह ने बालू ठेकेदारों द्वारा तोड़े गए पुल के नजदीक नहर में बनाए गए अवैध रास्ते का निरीक्षण किया।
संवाद विनोद मिश्रा