
बांदा (डीवीएनए)। आश्चर्य की बात है की चित्रकूटधाम मंडल में अभी भी 285 ऐसे प्राथमिक विद्यालय हैं जिनमें शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं है। यह खुलासा चित्रकूटधाम मंडल की समीक्षा बैठक में हुआ। आयुक्त दिनेश कुमार सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग की योजना की समीक्षा में निर्देश दिए कि शीघ्र स्कूलों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। जिनमें शौचालय नहीं है 15 दिन के अंदर बनवाकर तैयार कराएं।
आयुक्त ने कैंप कार्यालय में समीक्षा करते हुए कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के कार्य युद्ध स्तर पर कराए। उन्होंने निर्देश दिए कि उप निदेशक पंचायत, सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा हर सप्ताह कायाकल्प के कार्यों की समीक्षा करें।मंडल के सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे अध्यापकों की सूची तैयार की जाए जो पठन-पाठन में रुचि नहीं लेते हैं। साथ ही नियमित रूप से विद्यालय नहीं जाते। कहा कि अच्छे अध्यापकों को प्रोत्साहित किया जाए। शिक्षण कार्य में रूचि न लेने वाले अध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाए।
उन्होंने जनपद बांदा के प्राथमिक विद्यालय पलरा द्वितीय में सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा के निरीक्षण के समय उपस्थित न रहने पर सहायक अध्यापक अनीता वर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। समीक्षा में पाया गया कि जनपद बांदा के 72 प्राथमिक विद्यालयों, महोबा के 42, हमीरपुर के 56 तथा चित्रकूट के 115 विद्यालयों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं है। निर्देश दिए कि इन विद्यालयों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था शीघ्र कराई जाए। एक मार्च को अवशेष पुरातन छात्रों का सम्मान प्राथमिक विद्यालयों में कराने को कहा।
बैठक में उपनिदेशक पंचायत दिनेश सिंह, सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा सीएलचैरसिया, उपनिदेशक सूचना भूपेंद्र सिंह यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद कुमार, डायट प्राचार्य, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हरिश्चंद्रनाथ सहित मंडल के अन्य जिलों के शिक्षाधिकारी उपस्थित रहे।
संवाद विनोद मिश्रा