
बांदा (डीवीएनए)। बुन्देलखंडविकास बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राजा बुंदेला ने बुन्देलखंड अलग राज्य की मांग को लेकर यहां की जनता द्वारा बरती जा रही निष्क्रियता पर जमकर बरसे। कहा की बिना जागरूकता और लखनऊ-दिल्ली मेंआवाज उठाये बुन्देलखंड राज्य की मांग मुंगेरी लाल के सपने जैसी हो जायेगी।कहा की यहां से निर्वाचित रहे जनप्रतिनिधियों ने बुंदेलखंड की समस्याओं की आवाज सदन में जोरदार तरीके से कभी बुलंद नहीं की। नेता पद पाने तक सीमित रहे। इससे बुंदेलखंड की उपेक्षा हुई। बुंदेलखंड के लोग अपनी खनिज संपदा की रखवाली में भी पीछे हैं। इसी कारण बुंदेलखंड की मांग दूर होती जा रही है। इस मंजिल को पाने के लिए हम सबको लखनऊ, दिल्ली की चैखट पर दस्तक देना होगा। बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने लोगों को संबोधन के दौरान यह खरी-खोटी सुनाई।
बबेरू कस्बे के सरस्वती शिशु मंदिर स्थित सभागार में बुंदेलखंड पानी जवानी किसानी संगोष्ठी को संबोधित करते हुये बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने यह जागरूकता का पाठ पढ़ाया। कहा कि बुन्देलखंडआजादी के बाद से नेताओं की उपेक्षा का शिकार है। बुंदेलखंड की मांग करने वाले लोग अब मंजिल पाने के लिए नहीं स्वयं खुद को नाम कमाने के लिए अलग राज्य की मांग अपने अनुसार समय-समय पर उठाते हैं। वास्तव में यहां के लोग यदि बुंदेलखंड राज्य बनाना चाहते हैं तो घर छोड़कर दिल्ली की चैखट पर दस्तक देना होगा। कहा कि बुंदेलखंड इतना पिछड़ा है की 54 प्रतिशत अशिक्षा व 57 प्रतिशत लोग पलायन करने को मजबूर हैं। पानी नहीं होगा तो सूखा पड़ा रहेगा। इसके बावजूद भी इस मिट्टी में जन्मे लोग अपना जीवन यापन किसी तरह से पूरा कर लेते हैं। साथ यह भी कहा कि सात नदियों का पानी हमारे बुंदेलखंड में है। खनिज संपदा इतनी है कि यहां के लोग अपनी संपदा से खुशहाल रह सकते हैं। पानी, खनिज संपदा का लाभ बाहरी उठा रहे हैं। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष विजयपाल सिंह, अजय सिंह पटेल, विजय विक्रम सिंह, एसएस भारतीय, विवेकानंद गुप्त, नरेंद्र अवस्थी आदि रहे।
संवाद विनोद मिश्रा