
बांदा (डीवीएनए)। यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन की चित्रकूटधाम मंडल इकाई सरकार की नीतियों से खफा है।रोडवेज के निजीकरण का विरोध कर संविदा और आउट सोर्स कर्मियों को नियमित करना उनकी मांग की जिद है। इसी को लेकर रोडवेज कर्मियों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के बाद बैठक की।
शाखा मंत्री राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि परिवहन निगम में सभी संवर्गों के पद रिक्त हैं। रिटायरमेंट के बाद नई भर्ती नहीं हुई। मौजूदा कर्मियों पर काम का अतिरिक्त बोझ है। अधिकांश तकनीकी कार्मिकों और सुपरवाइजर के पद खाली हैं। ज्ञानचंद्र वर्मा ने कहा कि पूरी निष्ठा और लगन से काम करने के बाद भी अफसर प्रताड़ित करते हैं। अनावश्यक रूप से वेतन में कटौती की जा रही है।
शाखा उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी ने कहा कि ड्यूटी के दौरान कार्मिक को चोट लग जाए तो इलाज के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं मिलती। इन्हें आपात बीमा का लाभ मिलना चाहिए। क्षेत्रीय मंत्री रविशंकर शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष महाकुंभ में निगम का नाम गिनीज बुक में आया। लॉकडाउन में भी कर्मी मजदूरों को लाए और पहुंचाया, पर अब रोडवेज के प्रति सरकार की नीयत अच्छी नहीं है।
उन्होंने कहा कि बस अड्डे के सामने प्राइवेट वाहन सवारियां ढो रही हैं। स्लीपर और एसी बसें अवैध रूप से कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, दिल्ली, मुंबई रूटों पर चल रही हैं। आरोप लगाया कि वैधानिक परमिट न होने के बाद भी आरटीओ के संरक्षण में इन बसों का संचालन हो रहा है। इससे निगम की आय गिर रही है। कटौती के बाद भी तीन माह का वेतन रोककर दिया जा रहा।
बैठक को योगेंद्र सिंह, राशिद अली आदि ने भी संबोधित कर निजीकरण का विरोध और संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग की। बैठक में प्रवेंद्र कुमार, सुरेश पाठक, सुरेश विश्वकर्मा, राजेश तिवारी, बृजेश तिवारी, महेश, सत्येंद्र कुमार, रामबाबू, ज्ञानचंद्र वर्मा आदि थेे।
संवाद विनोद मिश्रा