
आगरा। (डीवीएनए) रवि हॉस्पिटल व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर रवि मोहन पचौरी और उनकी पत्नी रजनी पचौरी के खिलाफ कोर्ट ने ग़ैर इरादतन हत्या और धोखा धड़ी के मामले में दोनों के वारंट जारी किए हैं।
जिसकी वजह से डॉक्टर दम्पति मुश्किल में पड़ गए हैं। बताया गया है इटावा मानिकपुर निवासी सतीश चंद्र की ओर से थाना हरीपर्वत में वर्ष 2019 में डॉक्टर पचौरी दम्पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पीड़ित ने आरोप लगाते हुए कहा कि सतीश की पत्नी विनीता कुमारी को जब बच्चा नहीं हुआ तब उन्होंने डॉ रजनी पचौरी के अस्पताल में जून 2015 में इलाज शुरू कराया था।
आईवीएफ से उनका गर्भधारण हो गया था और जुड़वां बच्चे बताए गए थे लेकिन गर्भावस्था के दौरान ही जुड़वा बच्चों की मौत हो गई थी। डॉक्टर के कहने पर विनीता ने दोबारा इलाज कराया। वर्ष 2018 में फिर से उसे गर्भ ठहरा और इस बार भी जुड़वा बच्चे बताई गए लेकिन कुछ समय बाद ही एक बच्चे को कमजोर और अविकसित बताकर उसे गर्भ में नष्ट करने को कहा गया।
जिसके चलते उनकी पत्नी की 5 अप्रैल 2019 को जब तक उनकी पत्नी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई तो डॉक्टर ने इलाज कर गर्भ के दौरान बच्चे नष्ट कर दिए। उसके कुछ समय बाद भी उनकी पत्नी विनीता की भी मौत हो गई है। पीड़ित ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कोर्ट की शरण ली थी। जिसके बाद कोर्ट ने डॉ रवि पचौरी व उनकी पत्नी डॉ रजनी पचौरी को वारंट जारी कर तलब किया है।
संवाद:- दानिश उमरी
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