
वाराणसी (डीवीएनए)। चन्दौली जिले मे लगभग 8 घंटे के आंदोलन के बाद बलुआ थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया. तब जाकर मामला शांत हुआ।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के पलिया गांव में स्थानीय थाना के कस्बा निवासी मुंशी सोनकर की दर्दनाक हत्या के बाद पुलिस लावारिस लाश बताकर परिजनों को बिना बताए ही पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। जबकि मृतक का पिता थाने से लेकर चहनिया तक शव को देखने के लिए चिल्लाता रहा। पुलिस मनमानी करते हुए बवाल से बचने के लिए लावारिस लाश बताकर चंदौली पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था।
पुलिस की इस कार्यवाही से नाराज परिजनों सहित ग्रामीण चौबेपुर जमनिया सड़क को बलुआ थाने के समीप धरने पर बैठ गये। सूचना के बाद सकलडीहा विधानसभा के सपा विधायक और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह काका सहित सपाई लगभग 8 घंटे तक एसपी को मौके पर बुलाने और थानाध्यक्ष को हटाने की मांग पर अड़े रहे। जब पुलिस और परिजनों द्वारा मामला बनता नहीं दिखा तो धरना देने वालों नेज् टेंट लगवाना शुरू कर दिया, तभी पुलिस प्रशासन आक्रोशित हो गया। उस दौरान धक्का मुक्की भी हुई।सूझ बूझ से मामला शांत हुआ।
मामले को निपटाने के लिए प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रेमचंद ने बलुआ थाना प्रभारी सूर्य प्रताप सिंह को तत्काल लाइन हाजिर करने की बात कहते हुए मामला शांत करा दिया।
इस दौरान भीड़ ने प्रभारी एसपी से पूछा कि लाइन हाजिर किया जाएगा कि हो गए, तब उन्होंने सीधे-सीधे शब्दों में कहा कि लाइन हाजिर कर दिया गया है। उसके बाद मामला शांत हुआ और जाम सड़क को मुक्त कराया गया ।
संवाद राकेश पाण्डेय