
बांदा डीवीएनए। लालच बुरी बला है यह जानते हुये भी लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। बाद में हाथ मलकर रह जाना पड़ता हैं। ऐसी ही घटना जिले के तिदंवारी में हुई और हड़कंप मच गया। ढाई हजार रुपये जमा कराकर एक लाख रुपये लोन देने का झांसा देने वाली कंपनी 750 लोगों से तकरीबन 20 लाख रुपये वसूलकर फरार हो गई। कार्यालय में ताला लटका है। ठगी का शिकार हुए लोगों ने थाने में कंपनी मैनेजर के खिलाफ तहरीर दी है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
पूरा विवरण समझिए।पपरेंदा रोड पर कार्यालय खोलकर एक कंपनी ने पांच-पांच बेरोजगारों के ग्रुप बनाकर उसमें एक हेड बनाया था। इन सभी से 2500-2500 रुपये जमा कराकर कहा था कि पहली जनवरी 2021 को उनके खाते में एक लाख रुपये आ जाएगा।
2 जनवरी को बेरोजगारों ने थाने में तहरीर दी। पुलिस कंपनी के मैनेजर समेत स्टाफ को थाने ले आई। यहां प्रबंधक ने 6 जनवरी तक सभी के खातों में एक-एक लाख रुपये आने का वादा किया लेकिन 6 जनवरी को कंपनी संचालक रातोंरात कार्यालय में ताला डालकर फरार हो गए। प्रबंधक के दोनों मोबाइल नंबर भी बंद हैं।
युवाओं ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। इनमें शिवकुमार, तुलसी प्रसाद, उमाशंकर, फू लचंद्र, अवधराज, राजेंद्र, अवधेश, शिवशरण, राजेश, बेला देवी, जगरूप, योगेंद्र, सुशील, रामबाबू, छाया, वंदना आदि शामिल हैं। थाना निरीक्षक जाकिर हुसैन ने बताया कि जांच कर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
संवाद विनोद मिश्रा