
बांदा डीवीएनए । आठ लाख का कर्ज बन गया फांसी का सबब।आर्थिक रूप से दिक्कत झेल रहे युवा किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। उस पर बैंक का आठ लाख रुपये का कर्ज बताया गया है।
सदर तहसील और शहर कोतवाली क्षेत्र के रघुवंशी डेरा (कनवारा) निवासी सुरेश (40) पुत्र रामसजीवन मंगलवार को घर में सीलिंग फैन में साड़ी बांधकर फांसी पर झूल गया। भाई उमाकांत ने बताया कि सुरेश दो दिन पूर्व रविवार को पत्नी, बच्चों सहित साले की शादी में ससुराल पल्हरी गांव गया था। मंगलवार को सुबह पत्नी व बच्चों को छोड़कर खुद वापस घर आ गया और घटना को अंजाम दे दिया।
पत्नी ऊषा ने बताया कि इलाहाबाद बैंक का आठ लाख रुपये का कर्ज है। इसे लेकर उसका पति परेशान था। उधर, कृषि विश्वविद्यालय की नवीन पंप नहर योजना में दो बिस्वा जमीन अधिगृहीत कर ली गई। मुआवजा नहीं मिला। मृतक के दो बेटा व दो बेटी हैं। कोतवाल जय श्याम शुक्ल ने बताया कि प्रथम दृष्टतया आत्महत्या बताई जा रही है। कोई तहरीर नहीं मिली है।
विनोद मिश्रा