
बांदा (डीवीएनए)। बच्चों के यौन शोषण के आरोपी निलंबित जेई रामभवन की दिल्ली एम्स में फोरेंसिक लैब में और आवाज जांच की अनुमति के लिए सीबीआई की दी गई । दो अर्जियों पर पॉक्सो अदालत 21 दिसंबर को फैसला सुनाएगी। इसी दिन आरोपी की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाने पर भी सुनवाई होगी।
बहुचर्चित कांड की जांच कर रही सीबीआई के उपाधीक्षक अमित कुमार ने अदालत में पिछली पेशी में दी अर्जी में कहा था कि आरोपी रामभवन की मेडिकल और फिजियोलॉजिकल तथा वाइस (आवाज) के सैंपल की जांच के लिए एम्स दिल्ली ले जाना है। सीबीआई ने इसकी अनुमति मांगी थी। पंचम अपर सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) मोहम्मद रिजवान अहमद के समक्ष सीबीआई की ओर से एडीजीसी मनोज दीक्षित और अभियुक्त के अधिवक्ता देवदत्त तिवारी व अनुराग पटेल ने अपनी-अपनी दलीलें दी।
अभियोजन की ओर से एडीजीसी रामसुफल सिंह भी उपस्थित रहे। सीबीआई की ओर से दलील दी गई कि बरामद वीडियो की आवाज की जांच कराई जानी है। इसके अलावा आरोपी की शारीरिक चेकअप भी कराया जाना जरूरी है। यह एम्स नई दिल्ली में होगा।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने अगली सुनवाईध्आदेश के लिए 21 दिसंबर निर्धारित की। गौरतलब है कि आरोपी की न्यायिक हिरासत भी 21 दिसंबर तक है। उसी दिन इस पर भी सुनवाई के बाद आदेश करेगी।
संवाद विनोद मिश्रा