
बांदा (डीवीएनए)। राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 एल-2 व एल-3 श्रेणी का अस्पताल चालू हो जाने के बाद यहां अध्ययनरत एमबीबीएस छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। आम मरीज भर्ती न किए जाने से उनकी प्रैक्टिस नहीं हो पा रही।
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के आदेशों का हवाला देते हुए स्थानीय प्रशासन से जिला अस्पताल में प्रैक्टिस की अनुमति देने का अनुरोध किया है। हाल ही में नेशनल मेडिकल काउंसिल ने अपने आदेश में कहा है कि मेडिकल कालेजों से 10 किलोमीटर दायरे में स्थित जिला अस्पतालों को प्रैक्टिस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे मरीजों के अभाव में एमबीबीएस छात्र-छात्राओं का अध्ययन प्रभावित न हो सके।
इसी के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मुकेश कुमार यादव ने मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम आनंद कुमार सिंह समेत सीएमओ और सीएमएस को पत्र भेजकर इस पर विचार का अनुरोध किया है। प्रिंसिपल के मुताबिक इस पर लगभग अफसरों की सहमति बन गई है। मौजूदा में पिछले तीन बैचों के 300 छात्र-छात्राएं यहां अध्ययनरत हैं।
संवाद विनोद मिश्रा