मुंबई से बाइक से आया था गांव, अब सात हो गई जिले में मरीजों की संख्या
12 मई को ग्रीन जोन में बदल जाता जिला, अब करना होगा और इंतजार
गाजीपुर जिले में पिछले 19 दिनों से एक भी मरीज नहीं मिला था। पहले के मिले छह मरीज ठीक होकर घर लौट गए थे। अचानक नौ मई को एक मरीज मिलने से फिर से जिले केलोग सकते में आ गए। इसके बाद से सबकी नींद उड़ गई है नंदगंज क्षेत्र के एक गांव का युवक मुंबई में रहकर नौकरी करता था। वह पिछले दिनों बाइक से गांव लौट आया था। गांव केलोगों की शिकायत पर उसकी जांच पांच मई को कराई गइ तो वह पॉजिटिव पाया गया। नौ मई को जांच रिपोर्ट मिलते ही उसके गांव में पूरी प्रशासनिक टीम पहुंच गई। गांव को सील करते हुए उसके परिवार के सभी सदस्यों की जांच की गई। वहीं सभी को रेलवे क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा। युवक को इलाज के लिए वाराणसी के दीनदयाल अस्पताल में भेज दिया गया। गाजीपुर में फिर एक मरीज मिल जाने से लोगों में भय हो गया है। लोगों का कहना था कि अब जिला ग्रीन जोन में आने वाला था कि फिर से मरीज मिल जाने से और पाबंदियां लगा दी जाएगी। इससे सबको काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। अगर यह युवक पाजिटिव नहीं मिलता तो 12 मई को जिला ग्रीन जोन में आ जाता। अब फिर से परेशानी बढ़ गई।
12 मई को ग्रीन जोन में बदल जाता जिला, अब करना होगा और इंतजार
गाजीपुर जिले में पिछले 19 दिनों से एक भी मरीज नहीं मिला था। पहले के मिले छह मरीज ठीक होकर घर लौट गए थे। अचानक नौ मई को एक मरीज मिलने से फिर से जिले केलोग सकते में आ गए। इसके बाद से सबकी नींद उड़ गई है नंदगंज क्षेत्र के एक गांव का युवक मुंबई में रहकर नौकरी करता था। वह पिछले दिनों बाइक से गांव लौट आया था। गांव केलोगों की शिकायत पर उसकी जांच पांच मई को कराई गइ तो वह पॉजिटिव पाया गया। नौ मई को जांच रिपोर्ट मिलते ही उसके गांव में पूरी प्रशासनिक टीम पहुंच गई। गांव को सील करते हुए उसके परिवार के सभी सदस्यों की जांच की गई। वहीं सभी को रेलवे क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा। युवक को इलाज के लिए वाराणसी के दीनदयाल अस्पताल में भेज दिया गया। गाजीपुर में फिर एक मरीज मिल जाने से लोगों में भय हो गया है। लोगों का कहना था कि अब जिला ग्रीन जोन में आने वाला था कि फिर से मरीज मिल जाने से और पाबंदियां लगा दी जाएगी। इससे सबको काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। अगर यह युवक पाजिटिव नहीं मिलता तो 12 मई को जिला ग्रीन जोन में आ जाता। अब फिर से परेशानी बढ़ गई।